Monday, November 2, 2009

दिवाली की खुशी

I created a poem on diwali for the children.

खुशी मनाओ, दीप जलाओ
जग मग जग मग दिवाली आई
पापा लाये दीया फ़ुलझडी
मम्मी ने मिठाई बनाईं.
पहनेंगे नए कपड़े सब
लक्ष्मी पूजा करेंगे तब.
चारो और रौशनी छाई
जगमग जगमग दिवाली आई।

Avni
(Mentor, Nursery)

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